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Divyang Seva at Hyderabad on Occasion of World White Cane Day (15 Oct.)

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On the occasion of International White cane Day, 15th October 2018, awareness programme was held at Hyderabad by Govt. of Telengana in association with Brahma Kumaris. Near about 1500 person participated in this programme. A rally was taken out, where all the participants blind folded with black cotton cloth and carrying white sticks walked for 1.5 KM on the arterial Road .The rally ended at national Academy of Construction, Madhapur ,Hyderabad. The Chief Guest, Smt. Shailaja, IAS, Commissioner, inaugurated the Divyang Stall with other Dignitaries. Brother Suryamani, National Coordinator for Divyang Seva, Mount Abu, HQ of Brahma Kumaris explained the services rendered by the organization for social upliftment and Spiritual empowerment of differently abled person, specifically Hearing and Visually impaired persons. All the dignitaries along with 1500 participants visited the Divyang Stall where among other highlights of seva, devices developed for communication was displayed. They were made aware of our dedicated service extended to differently abled persons. The dignitaries expressed their views to the media before the august gathering. All others conveyed their good wishes and thanked for the efforts made by the Brahma Kumaris for differently abled persons.

Brother Alexey Talai differently able inspirational speaker from Russia was the Guest of Honour motivated the gathering by saying – we may have differently abled body but we are the same Soul and son of   the same Supreme Soul. Some part of the body may not function but apart from that we can do whatever we want. Disability will never be a barrier in the path of progress.

At the end everybody celebrated Bathukamma festival which signifies the tradition and ethics of Telengana and to unite together to make the society better. The differently abled persons also participated in the dance performed by participants from 21 Countries and enjoyed the festival. It gives them much needed   moral support and they feel they can do anything.

A clear message goes to the World that Brahma Kumaris are with the differently abled person and with their dedicated service enable them to meet the challenges of life as well as to be self- sufficient to lead a life with self dignity.

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दिव्यांग हंसी के पात्र नहीं है बल्कि हमारे सहयोग के अधिकारी हैं

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दिव्यांग हंसी के पात्र नहीं है बल्कि हमारे सहयोग के अधिकारी हैं

बच्चों के पवित्र और कोमल मन में सर्व का सहयोग करने का बीज रोपित करें- बीके भावना 

छतरपुर। बच्चों का मन कोमल और पवित्र होता है उस पवित्र मन में हर किसी के प्रति प्यार बसता है अगर इस कोमल मन में बचपन से ही हर किसी का सहयोग करने और सभी के प्रति अपनेपन का भाव रखने का संस्कार डाला जाए तो बड़े होकर यही बच्चे समाज में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं और इसी शुभ भावना को लेकर ब्रह्माकुमारीज द्वारा चलाया गया मध्य प्रदेश दिव्यांग समानता, संरक्षण और सशक्तिकरण अभियान नन्हे-मुन्ने बच्चों के बीच एंजिल पब्लिक स्कूल पहुंचा।

अभियान में भोपाल से पधारी बीके भावना बहन ने सभी बच्चों को दिव्यांगों की मदद करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि दिव्यांग हंसी के पात्र नहीं है बल्कि हमारे सहयोग के अधिकारी हैं इसलिए हमें हर प्रकार से उनकी मदद करना चाहिए। सड़क पर अगर कोई ऐसा व्यक्ति दिखे तो उसका हाथ पकड़ कर सड़क जरूर पार करवाएं, अगर कोई दिव्यांग बच्चा शांत बैठा हूं तो उस बच्चे के साथ जरूर खेलें।

इस दौरान बीके नंदिनी ने बच्चों को खेल खेल में मेडिटेशन सिखाया। सभी बच्चों ने बहुत ही शांतिपूर्ण और अनुशासित होकर सारी बातें सुनी और उन सब बातों को पूरा करने के लिए प्रतिज्ञा की।

इस अवसर पर विद्यालय प्रिंसिपल अंजू अवस्थी जी ने ब्रह्माकुमारीज से पहुंचीं सभी बहनों का धन्यवाद किया और इसी प्रकार के सेमिनार स्कूल में आयोजित करने के लिए आग्रह किया।

कार्यक्रम के अंत में विश्वनाथ सेवा केंद्र प्रभारी बीके रमा द्वारा सभी शिक्षक गणों को ईश्वरीय साहित्य भेंट स्वरूप प्रदान किया गया।

 

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ब्रह्माकुमारीज़ विश्वनाथ सेवा केंद्र द्वारा निर्माण फाउंडेशन में कार्यक्रम आयोजित

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दिव्यांग अभिशप्त और बोझ नहीं, इन्हें हमारे प्यार और विश्वास की जरुरत है-  ब्रह्माकुमारीज 
 

ब्रह्माकुमारीज द्वारा चलाए जा रहे हैं मध्य प्रदेश दिव्यांग समानता, संरक्षण एवं सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत ब्रह्माकुमारी विश्वनाथ सेवाकेंद्र द्वारा देरी रोड स्थित निर्वाणा फाउंडेशन में दिव्यांग एवं मंदबुद्धि बच्चों के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में भोपाल से पधारी बीके मोनिका बहन ने कहा ‘दिव्यांग उन लोगों की उपेक्षा के पात्र नहीं होने चाहिए जिन्हें बहुत कुछ मिला है। इनका जीवन अभिशप्त और बोझ नहीं इन्हें हमारे प्यार और विश्वास की जरुरत है। शारीरिक-मानसिक रुप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए हमारी अच्छी सोच और सहयोग की आवश्यकता है, जिससे वे दिव्यांग होते हुए भी कभी स्वयं को अक्षम  महसूस न करें।
इस कार्यक्रम में बीके आशीष, बीके रूबी, नंदनी बहन ने सभी बच्चों को चित्र प्रदर्शनी द्वारा जीवन मूल्यों को समझाया और मूक बधिर बच्चों से चित्रकारी करवाई। सभी बच्चों ने ब्रह्माकुमारी बहनों के साथ डांस करके अपनी खुशी को व्यक्त किया।
कार्यक्रम के अंत में निरवाना फाउंडेशन संचालक संजय सिंह ने ब्रह्माकुमारीज के सभी भाई बहनों का इस अनोखे प्रयास के लिए धन्यवाद प्रकट किया तत्पश्चात विश्वनाथ सेवा केंद्र प्रभारी बीके रमा ने संजय सिंह जी को उनकी सेवाभाव के लिए सम्मानित किया और सभी बच्चों को ईश्वरीय प्रसाद ग्रहण कराया।

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दिव्यांगों को सहानुभूति नहीं अवसरों की आवश्यकता है I

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दिव्यांगों को सहानुभूति नहीं अवसरों की आवश्यकता है
 खुशनुमा जीवन का पाठ सिखाते हैं दिव्यांग- बीके दीपेंन
 

अपने अभावों में भी स्वयं को कमजोर नहीं होने देते। वे अपना मार्ग स्वयं प्रशस्त करते हैं और दिव्यांगता को अपनी मजबूरी नहीं बनने देते। मूक होकर भी इशारों से सब कुछ बोल जाते हैं, बधिर होकर भी सब समझ लेते हैं, पंगु होकर भी जिंदगी की दौड़ में आगे निकल जाते हैं, दृष्टिहीन होकर भी मन की आंखों से सब कुछ देख लेते हैं। स्वस्थ शरीर के बावजूद बहुत से व्यक्ति अधूरे ही होते हैं और दिव्यांग तन मन से संपूर्ण होते हैं ऐसे दिव्यांगजन वास्तव में सम्मान के पात्र हैं क्योंकि वह हमें जिंदगी का पाठ सिखाते हैं।

उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा ‘मध्य प्रदेश दिव्यांग समानता, संरक्षण एवं सशक्तिकरण अभियान’ के अंतर्गत ब्रह्माकुमारीज किशोर सागर में आयोजित कार्यक्रम में भोपाल से पधारे बीके दीपेंन भाई ने व्यक्त किए।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथि सत्कार एवं दीप प्रज्वलन से की गई तत्पश्चात कार्यक्रम के विषय पर आधारित बहनों के द्वारा एक नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इस कार्यक्रम में लवकुश नगर में रहने वाले अखिलेश मिश्रा जिनकी स्वयं की आंखों की रोशनी धीरे-धीरे मंद हो रही है दिखाई नहीं देता है फिर भी ऐसी स्थिति में भी वह बरोही ग्राम में जाकर बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उनकी इस सेवा भावना के लिए छतरपुर ब्रह्माकुमारीज द्वारा उनको विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके अलावा  दिव्यांग होते हुए भी नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट विजेता एवं मैराथन में कई बार विजयी होने वाले बसंत कुमार, संतोष कुशवाहा, उमेश मौर्या, रिजवान खान को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया
इस कार्यक्रम में सामाजिक न्याय विभाग से एआई खान सहित अन्य अधिकारी गण, प्रगतिशील दिव्यांग संसार की समस्त शिक्षिका साधना असाटी, साइन लैंग्वेज शिक्षिका नीलम पटेल, सीडब्ल्यूएसएन से दिव्यांग बच्चों की शिक्षिका सुनीता अहिरवार, दिव्यांग हेल्प फाउंडेशन एवं विकलांग कल्याण समिति के युवा भाई, समाजसेवी संजय शर्मा, सत्यशोधन आश्रम संचालक देवेंद्र भंडारी एवं इन संस्थाओं के सभी बच्चे शामिल हुए।
इस अवसर पर अभियान में  सागर से पधारी बीके कल्पना बहन ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ब्रह्माकुमारीज का यह अभियान पूरे मध्यप्रदेश में 15 दिनों से लगातार चल रहा है इसकी शुरुआत भोपाल राजयोग भवन से की गई। इस अभियान का उद्देश्य दिव्यांगों को आंतरिक रुप से सशक्त एवं संरक्षित करना है। दिव्यांगों को सहानुभूति कि नहीं अवसरों की आवश्यकता है।
मुख्य अतिथि के रुप में पधारे समाजसेवी संजय शर्मा ने ब्रह्माकुमारीज द्वारा सिखाये जाने वाले मेडिटेशन एवं उसके कार्यों की सराहना की। छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा ने अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की एवं सभी संस्थाओं से पधारे भाई बहनों का धन्यवाद किया।
कार्यक्रम के अंत में ब्रह्मा कुमारीज द्वारा दिव्यांगों के लिए बनाई गई चित्र, प्रदर्शनी, गुणों पर आधारित सांप सीढ़ी द्वारा खेल खिलाए गए एवं बच्चों से पेंटिंग भी कराई गई और डांस करा कर सभी बच्चों को उत्साहित किया तत्पश्चात सभी को ईश्वरीय प्रसाद एवं बच्चों को सौगात दी गई।
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Brahmakumaris Divyangseva